कितना दुःख भूलाया तुमने प्यारे
कितना दुःख भूलाया तुमने प्यारे
मेरे ज़ख्मी दिल पे रखकर अपना कोमल हाथ
मेरे ज़ख्मी दिल पे रखकर अपना कोमल हाथ
प्रीतम क्यों घबराये हो
प्रीतम क्यों घबराये हो बस टूट के इतनी बात
सब दर्द मिटाया तुमने प्यारे
सब दर्द मिटाया तुमने प्यारे
अपनी बलखाई ज़ुल्फ़ें सीने से मेरे बिछाके
अपनी बलखाई ज़ुल्फ़ें सीने से मेरे बिछाके
अपनी गुलाबी होंठों को
अपनी गुलाबी होंठों को मेरे होंठों से मिलाके
अमृत रस पिलाया तुमने प्यारे
अमृत रस पिलाया तुमने प्यारे
हम तुम चुप बैठे हैं
हम तुम चुप बैठे हैं दिल कहता है किस्से दिल के
चुरा लिया है होश हमारा
चुरा लिया है होश हमारा चार आँखों ने मिलके
किस्मत को जगाया तुमने प्यारे
किस्मत को जगाया तुमने प्यारे
कितना दुःख भूलाया तुमने प्यारे