Back to Top

Hariharan - Aa Chandni Bhi Lyrics



Hariharan - Aa Chandni Bhi Lyrics
Official




आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं

वो माथे का मतला हो, के होटो के दो मिसरे
वो माथे का मतला हो, के होटो के दो मिसरे
बचपन से गज़ल ही मेरी महबूब रही हैं
बचपन से गज़ल ही मेरी महबूब रही हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं

गज़लों ने वही जुल्फों के फैला दिए साये
गज़लों ने वही जुल्फों के फैला दिए साये
जिन राहों पे देखा हैं धुप कड़ी हैं
जिन राहों पे देखा हैं धुप कड़ी हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं

हम दिल् ली भी हो आए हैं, लाहौर भी घूमे
हम दिल् ली भी हो आए हैं, लाहौर भी घूमे
ऐ यार मगर तेरी गली, तेरी गली हैं
ऐ यार मगर तेरी गली, तेरी गली हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं

वो माथे का मतला हो, के होटो के दो मिसरे
वो माथे का मतला हो, के होटो के दो मिसरे
बचपन से गज़ल ही मेरी महबूब रही हैं
बचपन से गज़ल ही मेरी महबूब रही हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं

गज़लों ने वही जुल्फों के फैला दिए साये
गज़लों ने वही जुल्फों के फैला दिए साये
जिन राहों पे देखा हैं धुप कड़ी हैं
जिन राहों पे देखा हैं धुप कड़ी हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं

हम दिल् ली भी हो आए हैं, लाहौर भी घूमे
हम दिल् ली भी हो आए हैं, लाहौर भी घूमे
ऐ यार मगर तेरी गली, तेरी गली हैं
ऐ यार मगर तेरी गली, तेरी गली हैं
पलकों पे चरागो को लिए रात खड़ी हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
आज चांदनी भी मेरी तरह जाग रही हैं
[ Correct these Lyrics ]
Writer: HARIHARAN, BASHIR BADR
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Hariharan



Hariharan - Aa Chandni Bhi Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Hariharan
Length: 6:15
Written by: HARIHARAN, BASHIR BADR

Tags:
No tags yet