[ Featuring Lata Mangeshkar, Mohammed Rafi ]
हो हो कली कब तक छुपेगी एक भँवरे की निगाह से
चमक जाती है बिजली खुद ही इन गहरी घटाओं में
बरस पड़ती है शबनम आप ही ठण्डी फ़िज़ाओं से
अरे जा जा!
अरे जा जा!
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
कितने पानी में हो पहचान गये
तुम कितने पानी में हो पहचान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
आ किनारे आ के लहरों का इशारा देखने वाले
तुझे अपनी खबर भी है नज़ारा देखने वाले
तमशा खुद न बन जाना तमशा देखने वाले
जा जा
जा जा जा रे
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
तुम कितने पानी में हो पहचान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
आ बदल कर भेस परवाने का शमा झिलमिलाती है
नशीली शाम के पर्दे में सुबह मुस्कुराती है
वो शोला हो कि चिंगरी मचल कर नाच जाती है
तो धड़कते दिल से मेरे मदभरी आवाज़ आती है
जा जा अरे जा जा
जा जा जा रे
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
तुम कितने पानी में हो पहचान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
आ शमा से बच के रहना सारी तन मन को जला देगी
वो शोला हो कि चिंगरी लगी में और लगा देगी
सुबह जब मुस्कुरायेगी तो वो तूफ़ान उठा देगी
खुलेगा शाम क पर्दा वो तुझ को भी मिटा देगी
जा जा
जा जा जा रे
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये
तुम कितने पानी में हो पहचान गये
तुम कितने पानी में हो पहचान गये
जा जा जा रे तुझे हम जान गये