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Saaki Zara Hone De Nasha Video (MV)




Performed By: Ghanshyam Vaswani
Language: Hindi
Length: 6:23
Written by: Sayeed Rahi, Junaid Akhtar




Ghanshyam Vaswani - Saaki Zara Hone De Nasha Lyrics
Official




देख कर आपकी जवानी को
आरज़ू ए शराब होती हैं
रोज टोबा तोड़ता हूँ मैं
रोज नीयत खराब होती हैं
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और

भर भर के यूँही जाम हूमें भेजते रहना
भर भर के यूँही जाम हूमें भेजते रहना
भर भर के यूँही जाम हूमें भेजते रहना
देखेंगे यूँही ज़रफ तेरा और अभी और
देखेंगे यूँही ज़रफ तेरा और अभी और
देखेंगे यूँही ज़रफ तेरा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और

महसूस हो मुझको वफ़ा कितनी बूरी हैं
महसूस हो मुझको वफ़ा कितनी बूरी हैं
महसूस हो मुझको वफ़ा कितनी बूरी हैं
दे मेरी ख़ताओ की सज़ा और अभी और
दे मेरी ख़ताओ की सज़ा और अभी और
दे मेरी ख़ताओ की सज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और

साकी के ये कहने पे के अब जाओगे घर तो
साकी के ये कहने पे के अब जाओगे घर तो
साकी के ये कहने पे के अब जाओगे घर तो
शर्माके ये राही ने कहाँ और अभी और
शर्माके ये राही ने कहाँ और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
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Romanized

देख कर आपकी जवानी को
आरज़ू ए शराब होती हैं
रोज टोबा तोड़ता हूँ मैं
रोज नीयत खराब होती हैं
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और

भर भर के यूँही जाम हूमें भेजते रहना
भर भर के यूँही जाम हूमें भेजते रहना
भर भर के यूँही जाम हूमें भेजते रहना
देखेंगे यूँही ज़रफ तेरा और अभी और
देखेंगे यूँही ज़रफ तेरा और अभी और
देखेंगे यूँही ज़रफ तेरा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और

महसूस हो मुझको वफ़ा कितनी बूरी हैं
महसूस हो मुझको वफ़ा कितनी बूरी हैं
महसूस हो मुझको वफ़ा कितनी बूरी हैं
दे मेरी ख़ताओ की सज़ा और अभी और
दे मेरी ख़ताओ की सज़ा और अभी और
दे मेरी ख़ताओ की सज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और

साकी के ये कहने पे के अब जाओगे घर तो
साकी के ये कहने पे के अब जाओगे घर तो
साकी के ये कहने पे के अब जाओगे घर तो
शर्माके ये राही ने कहाँ और अभी और
शर्माके ये राही ने कहाँ और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
आएगा पीलने का मज़ा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
साकी ज़रा होने दे नशा और अभी और
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Sayeed Rahi, Junaid Akhtar
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC


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