[ Featuring Mohammed Rafi ]
बताओ क्या करूँगी मैं जो गम की रात आएगी
बताओ क्या करूँगी मैं जो गम की रात आएगी
जो गम की रात आएगी मैं चाँद बनके आऊँगा
तमाम रात ख्वाब मे तुम्हारे जगमगाऊँगा
दिखा सकोगे ख्वाब क्या जो नींद ही ना आएगी
दिखा सकोगे ख्वाब क्या जो नींद ही ना आएगी
ना आए नींद गम नही मैं नींद बन के आऊँगा
ओर आके इन गुलाबी अखड़ियो को चूम जाऊंगा
जो नींद टूट जाएगी जो सुबह जी जलाएगी
जो नींद टूट जाएगी जो सुबह जी जलाएगी
मैं चोरी चोरी सुबह की हवा के साथ आऊँगा
ओर इन घनी घनी लटों मे फूल गुंद जाऊंगा
जो सुबह बीत जाएगी जो धूप तन जलाएगी
जो सुबह बीत जाएगी जो धूप तन जलाएगी
जो धूप तन जलाएगी घटाएँ लेके आऊँगा
भिगोऊँगा तुझे भी ओर खुद भी भीग जाऊंगा
बस इंतज़ार मे यूँही ये उमर बीत जाएगी
बस इंतज़ार मे यूँही ये उमर बीत जाएगी
ये इंतज़ार की घड़ी कटेगी बात बात मे
मगर ये शर्त है यूँहीं रहे ये हाथ हाथ मे
रहे ये हाथ हाथ मे
रहे ये हाथ हाथ मे