मेरी बाते (मेरी बाते)
तेरे तक है (तेरे तक है)
और ये चाहते तुझसे बेशक है
ये तेरी आँखे दो चाँद सी है
ये मेरे दिल को क्यों मांगती है
ये रात भी तो बेबाक सी है
कैसे रोकूँगा मैं खुदको
तेरी बातों में खोने से
के आज की रात का कसूर सारा
के आज की रात ने ही है बिगाड़ा
हो जाने दे गुस्ताखियाँ
गुस्ताखियाँ हो जाने दे (गुस्ताखियाँ हो जाने दे)
हो जाने दे हो जाने दे
गुस्ताखियाँ ओ जाने जान
ये आस्मां के दर्मिया
हो जाने दे गुस्ताखियाँ
ओ जाने जान ओ जाने जान
गुस्ताखियाँ हो जाने दे
ये आस्मां के दर्मिया
हो जाने दे गुस्ताखियाँ
वो ओओओओओ वो ओओओ