[ Featuring Prajjwal Singh ]
तू है के नही
यह बातें कैसे जानू में
तू राज़ को यूँ राज़ ही रह जाने दे
जो फ़ासले थे, यह तेरे मेरे दरमियाँ
वो राहों की तरह बढ़ जाने दे
वूहू हू हू हा हा हा
वूहू हू हू हा हा हा
तू तुरू तू तू
तू रुरू रु तू
तू तुरू रु तू तू
तू है के नही
यह बातें कैसे जानू में
यह बातें
यह बातें
वो ख्वाब भी तुझसे जुड़ जाते
ख्वाहिशे भी तुझसे जुड़ी
तेरे होने से
सब रंग खिल जाते
रोशन हो सारी ज़मीन
अब तू ना है
मेरे रूबरू
यह बात दिल ने ना सुनी
किस से कहूँ
कैसे कहूँ
यह बात है अनकही
इस दिल की दहलीज़ पे (इस दिल की दहलीज़ पे)
तेरी आहट हो रही (तेरी आहट हो रही)
में जो था
तुमसे ही था
तेरे बिन में कुछ नही
तू है के नही
यह यादें अब काफ़ी है
हवाओं में तू
यूँ क्यूँ मिल जाती है
जो फ़ैसले करें
वो है अब बेख़बर
इस बात से
यूँ क्यूँ सताती है
तू है के नही
यह बातें कैसे जानू में
यह बातें
यह बातें
तू तुरू तू तू
तू रुरू रु तू
तू तुरू रु तू तू
तू तुरू तू तू
तू रुरू रु तू
तू तुरू रु तू तू
उ उ उ ओ उ उ उ