जुगनू बन उड़ूँ
तेरी हवाओं में
जो ना था कभी
उसकी क्या है पड़ी
चाहा है अगर
जग ने साथ तेरा
आज हो या कल
संगम में तो होगा
तो मै सासें लूँ
यह पल गिनू ,यह पल गिनू
तू ही तू है, तू ही तू है
कुछ ना कहूँ
हां चुप रहूं
के तू ही तो है
तू ही तू
ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
तू ही तू
जुगनू बन उड़ूँ
तेरी हवाओं में
जो ना था कभी
उसकी क्या है पड़ी
चाहा है अगर
जग ने साथ तेरा
आज हो या कल
संगम में तो होगा
तो मै सासें लूँ ,सासें लूँ
यह पल गिनू
तू ही तू है तू है
कुछ ना कहूँ
हां चुप रहूं
के तू ही तो है