[ Featuring Lata Mangeshkar, DJ MHD IND ]
आ आ आ आ आ आ आ
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
ज़माने में अजी
नादान होते हैं
वहाँ ले जाते हैं कश्ती
वहाँ ले जाते हैं कश्ती
वहाँ ले जाते हैं कश्ती जहाँ तूफ़ान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं
शमा की बज़्म में आ कर ये परवाने समझते हैं
ये परवाने समझते हैं
यहीं पर उम्र गुज़रेगी यह दीवाने समझते हैं
मगर इक रात के यह तो फ़क़त
मगर इक रात के यह तो फ़क़त मेहमान होते हैं
मगर इक रात के यह तो फ़क़त मेहमान होते हैं
ज़माने में अजी ऐसे कई नादान होते हैं(क्या बात है)