जीवन के हर मोड़ पे
मिल जायेंगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे
ढूँढे उसीको नज़र
जीवन के हर मोड़ पे
मिल जायेंगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे
ढूँढे उसीको नज़र
जीवन के हर मोड़ पे
मिल जायेंगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे
ढूँढे उसीको नज़र
तू वही है जिसको ढूँढे
कब से मेरी दो निगाहें
हे चलते चलते मिल जाएँगी
तेरे मेरे दिल की राहें
इतने बड़े इस जहाँ में बसायेंगे
हम अपना छोटा सा घर
जीवन के हर मोड़ पे
मिल जायेंगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे
ढूँढे उसीको नज़र
तन के पीछे कोई भागे
कोई तन का है शिकारी
हो मन से मन का जोड़ना तो
वो ही सच्चा है पुजारी
परा पा परा पा परा पा परा प् प् प् प्
परा पा परा पा परा पा परा प् प् प् प्
परा पा परा पा परा पा परा प् प् प् प्
परा पा परा पा परा पा परा प् प् प् प्
हो सारे के सारे जहाँ तक भी हैं
इन पे यकीं अब न कर
जीवन के हर मोड़ पे
मिल जायेंगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे
ढूँढे उसीको नज़र
जीवन के हर मोड़ पे
मिल जायेंगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे
ढूँढे उसीको नज़र