तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू
तू ही वो लड़की है जो मेरे ख्वाबो में आती थी
मेरी जवान तन्हाइयो को सजाके जाती थी
तू ही वो लड़की है जो मेरे ख्वाबो में आती थी
मेरी जवान तन्हाइयो को सजाके जाती थी
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू
तेरे यह तराशे शोख बदन को ताज महल कहता
शायर मैं होता अगर तो तुझपे गज़ल कहता
कम लगती हैं में तेरी तारीफ करू जितनी
तू ना जाने धड़कनो में चाहत है कितनी
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू (तू मेरी आरज़ू)
आ आ आ आ
आ आ आ आ
तू ही वो लड़की है जो मेरे ख्वाबो में आती थी
मेरी जवान तन्हाइयो को सज़ा के जाती थी
लम्हा लम्हा तू मेरे एहसास में रहती है
दूर भी जाके तू हमेशा पास में रहती है
तू मेरा आगाज़ भी हैं तुझसे मेरा अंजाम
जिस्मो जा पे मैने लिख जाके सिर्फ़ तेरा ही नाम
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू (तू मेरी आरज़ू)
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू (तू मेरी आरज़ू)
तू मेरी आरज़ू तू मेरी जूस्तजू (तू मेरी आरज़ू) तू मेरी आरज़ू