निंदिया ये लेगी तुझे थाम रे
सोजा दे दे आँखों को आराम रे
के सारा दिन छलके है गुज़ारा
तू उलझनों का मारा
अब जाके आई है ये शाम रे
अरे आ रे आ रे आ अरे आ रे आ रे
अरे आ रे आ रे आ अरे आ रे आ रे
सुरमई अँखियों में
नन्हाँ-मुन्ना एक सपना दे जा रे
सुरमई अँखियों में
नन्हाँ-मुन्ना एक सपना दे जा रे
निंदिया के उड़ते पाख़ी रे
अँखियों में आजा साथी रे
रा री रा रम ओ रा री रम
रा री रा रम ओ रा री रम
पाख़ी पाख़ी परदेसी
पाख़ी पाख़ी परदेसी
पाख़ी पाख़ी परदेसी
पाख़ी पाख़ी परदेसी