सुनो हमारी ये दिल
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
जीना है दादा नीरू माँ के वास्ते
चलना हमें है उनके ही रास्ते
जीना है दादा नीरू माँ के वास्ते
चलना हमें है उनके ही रास्ते
खिलना है हमें ज्ञानी की छाँव में
खिलना है हमें ज्ञानी की छाँव में
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
ये छोटी छोटी आँखें उनमें हज़ारों सपने
ये छोटी छोटी आँखें उनमें हज़ारों सपने
चल पड़े हैं बिना नाव के सागर को पार करने
लेकर दो बुंद अपनी हथेली में निकल पड़े जग अगन बुझाने
करना है हमें कुछ ज्ञानी के वास्ते
करना है हमें कुछ ज्ञानी के वास्ते
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
ये छोटी छोटी कलियाँ से हम है आज बच्चे
ये छोटी छोटी कलियाँ से हम है आज बच्चे
दादा प्रेम सींचे हम हँसते खिलते जाए
कलियों में से फूल जब होंगे ज्ञानी को समर्पित होंगे
जीना है हमें ज्ञानी के ही सहारे
जीना है हमें ज्ञानी के ही सहारे
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
है छोटे छोटे ये कदम बिना दौड़े थनगनते
है छोटे छोटे ये कदम बिना दौड़े थनगनते
है आस ये सब के दिल में दादा नीरू माँ को मिलने
फिसलकर भी आगे बढ़ेंगे चलते रहेंगे उसी लगन से
मिलना है हमें जी भर के प्यार से
मिलना है हमें जी भर के प्यार से
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते
जीना है दादा नीरू माँ के वास्ते
चलना हमें है उनके ही रास्ते
जीना है दादा नीरू माँ के वास्ते
चलना हमें है उनके ही रास्ते
खिलना है हमें ज्ञानी की छाँव में
खिलना है हमें ज्ञानी की छाँव में
सुनो हमारी ये दिल की बातें
रहना हमें हरदम मुस्कुराते