प्यार बनकर जो दादा बरसने लगे ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
प्यार बनकर जो दादा बरसने लगे ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
खुला अक्रम तो मुक्ति हमको मिली
खुला अक्रम तो मुक्ति हमको मिली
मिला ज्ञान भ्रांति हमारी टली
ज्ञान स्वरूप होकर सवरने लगे
ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
प्यार बनकर जो दादा बरसने लगे ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
दिल पे छाए हैं मन से उतरते नहीं
दिल पे छाए हैं मन से उतरते नहीं
भूलने पर भी हमसे वो भूले नहीं
रात दिन आप याद हमको आने लगे
ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
प्यार बनकर जो दादा बरसने लगे ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
खुद ही खुदा हैं कोई फरिश्ता नहीं
खुद ही खुदा हैं कोई फरिश्ता नहीं
जिनकी खुदाई का ही करिश्मा हैं हम
किरपा बरसी तो हम भी निरखने लगे
ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
प्यार बनकर जो दादा बरसने लगे ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
मोक्ष पाने को अब हैं बेताब हम
मोक्ष पाने को अब हैं बेताब हम
स्वामी चरणों में जाने को बेसब्र हम
उनके दर्शन को हम तो तरसने लगे
ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे
प्यार बनकर जो दादा बरसने लगे ज्ञान बनकर वे दिल में उतरने लगे