पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
करुणानंद सहजानंद अकल्पनीय कल्पवृक्ष ये
करुणानंद सहजानंद अकल्पनीय कल्पवृक्ष ये
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
बस एक ही सामायिक से जागृत हुए भगवान
हो बस एक ही सामायिक से जागृत हुए भगवान
मैं कौन हूँ जाना तभी ओ हो अनंत उपकार।
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
करुणानिधि दिया ज्ञान है विज्ञान तक पहुँचेंगे हम
हो करुणानिधि दिया ज्ञान है विज्ञान तक पहुँचेंगे हम
आज्ञा मिली जो पाँच हैं उनमें ही अब रहेंगे हम।
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
अक्रम मिला है गिफ्ट अद्भुत इस युग में ज्ञानी से हमें
हो अक्रम मिला है गिफ्ट अद्भुत इस युग में ज्ञानी से हमें
घर भी रहा संसार भी मिला मोक्ष कैसा हमें।
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
विज्ञानघन आत्मा के दर्शन हमें मिले कलियुग में
हो विज्ञानघन आत्मा के दर्शन हमें मिले कलियुग में
परमात्मा ये ज्ञानात्मा ये न हुए कभी किसी युग में।
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
शुद्ध प्रेमी दादा पूर्ण योगी अखंड प्रेमरस धाम
हो शुद्ध प्रेमी दादा पूर्ण योगी अखंड प्रेमरस धाम
एक दृष्टि मिली हमें और पूर्ण हुए सब काम।
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
करुणानंद सहजानंद अकल्पनीय कल्पवृक्ष ये
करुणानंद सहजानंद अकल्पनीय कल्पवृक्ष ये
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
पुण्य कोटि जन्मों के जागे मिले हैं दादा हमें
मिले हैं दादा हमें
मिले हैं दादा हमें