ढूंढने मैं जो चला
मिल के भी वो ना मिला
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
कुछ दोस्त मिले कुछ ख्वाब सजे
कुछ सच भी हुए कुछ टूट गए
पंख लगा के कहीं वक्त ये उड़ता रहा
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
हम्म
दूर कभी पास कभी होके कभी अजनबी
खुल के कभी छुप के कभी तुझसे मिला ज़िन्दगी
तेरा साथ मिला तो मैं खुद से मिला
तूने छोड़ दिया तो किया ना गिला
रंग जो तूने दिए उनमें ही ढलता रहा
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
हम्म
जो भी मिला तुझसे मुझे हँस के लगाया गले
एक जगह रुकना नहीं तूने सिखाया मुझे
जो राह मुड़ी तो मैं मुड़ गया
कभी थम सा गया कभी रुक ना सका
तेज़ हवा जो चली गिर के संभलता रहा
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
हम्म