चाहिए किसी साए में जगह
चाहा बहुत बार है
ना कहीं कभी मेरा दिल लगा
कैसा समझदार है
मैं ना पहुँचूँ क्यू वहाँ पे
जाना चाहूँ मैं जहाँ
मैं कहाँ खो गया
ऐसा क्या हो गया
ओ मेहरमा क्या मिला
यूँ जुदा होके बता
ओ मेहरामा क्या मिला
यूँ जुदा होके बता
ना ख़बर अपनी रही
ना ख़बर अपनी रही
ना रहा तेरा पता
ओ मेहरमा क्या मिला
यूँ जुदा होके बता