इसमें कोई शिकवा न शिकायत न गिला है
ये भी कोई ख़त है
ये भी कोई ख़त है के मोहब्बत से भरा है
ये भी कोई ख़त है के मोहब्बत से भरा है
इसमें कोई शिकवा न शिकायत न गिला है
क्या याद दिलाएँगे मुझे मेरे सितमगार
क्या याद दिलाएँगे मुझे मेरे सितमगार
हर नक़्श-ए-सितम ख़ुद मेरे सीनें पे लिखा है
हर नक़्श-ए-सितम ख़ुद मेरे सीनें पे लिखा है
ये भी कोई ख़त है के मोहब्बत से भरा है
इसमें कोई शिकवा न शिकायत न गिला है
मुझको मेरी आवाज़ सुनाई नहीं देती
मुझको मेरी आवाज़ सुनाई नहीं देती
मुझको मेरी आवाज़ सुनाई नहीं देती
मुझको मेरी आवाज़ सुनाई नहीं देती
कैसा ये मेरे जिस्म में इक शोर मचा है
कैसा ये मेरे जिस्म में इक शोर मचा है
चेहरे में है आईना के आईना में चेहरा
चेहरे में है आईना के आईना में चेहरा
मालूम नहीं कौन किसे देख रहा है
मालूम नहीं कौन किसे देख रहा है
ये भी कोई ख़त है के मोहब्बत से भरा है
इसमें कोई शिकवा न शिकायत न गिला है