प्यार बिखेरे हुए सवेरे
लगे धुप रेशम की ओढ़नी
चाँद वहां हैरत में है
पीया तुमसे है जो चांदनी ,
प्यार बिखेरे हुए सवेरे
लगे धुप रेशम की ओढ़नी
चाँद वहां हैरत में है
पीया तुमसे है जो चांदनी ,
तुमको ही गाए दिल हर बार
हां हो गया है मुझे तुमसे प्यार |
रूहानी सी बातें तेरी
रातों में यूँ घुलने लगी
जैसे कोई बहती नदी
दरिया में जा मिलने लगी ,
निंदिया जो पलकों को छुए
तब आए वो एहसास तुम
आँखें खुली दिल हस पड़ा
ख्वाबों में भी हो जो पास तुम,
साँसों में मेहके अब बहार
हां हो गया है मुझे तुमसे प्यार |
मंज़िल तक पहुंचाए जो
वो राह मेरी हो गयी
तुमसे मिला तो यूँ लगा
हर चाह पूरी हो गयी ,
प्यार बिखेरे हुए सवेरे
लगे धुप रेशम की ओढ़नी
चाँद वहां हैरत में है
पीया तुमसे है जो चांदनी ,
सुन लो ना सुनलो मेरे यार
हां हो गया है मुझे तुमसे प्यार |