रात सुहानी
हस्ते तारे
इन तारो मे ढूंड रहे
तुम को
तुम को नैना हमारे
रात सुहानी
बीत जाए घड़िया
मिटती जाए आजा
देखे राह तुम्हारी
मैं और मेरी राजा
रात सुहानी
जिया जले संग जले पतंगे
संग संग जले है बाती
जिया जले संग जले पतंगे
संग संग जले है बाती
मैं जलता हू मन ही मन मे
मैं जलता हू मन ही मन मे
कोई ना मेरा साथी
कोई ना मेरा साथी
रात सुहानी