नैनों में
नैनों में दो नैन समाये
लाखों जतन किये पर मन को चैन कहाँ से आये
नैनों में दो नैन समाये
अब तक मेरे मधुर प्यार को तुमने जान न पाया
मन की कितनी गहराई में मैंने तुम्हें छुपाया
प्रेम अगन बढ़ती ही जाये
प्रेम अगन बढ़ती ही जाये कैसे कोई दबाये
नैनों में दो नैन समाये
एक बार तुम आ जावो तो नैनन प्यास बुझा लूँ
वो मतवाली भोली भाली सूरत मन में बसा लूँ
तुम बिन सूना जीवन मेरा
तुम बिन सूना जीवन मेरा यों ही बीत न जाये
नैनों में दो नैन समाये