तेरे ख़यालों में बीते यह रातें
दिल मेरा माँगे एक ही दुआ
तू सामने हो और करूँ मैं बातें
लम्हा रहे यू ठहरा हुआ
पहले तो कभी यूँ मुझको ना ऐसा कुछ हुआ
दीवानी लहरों को जैसे साहिल मिला
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
जैसे खिलता गुलाब, जैसे शायर का ख्वाब
जैसे उजली किरण, जैसे बन में हिरण
जैसे चाँदनी रात, जैसे नर्मी बात
जैसे मंदिर में हो एक जलता दिया
हो एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
ओ मेरे सोहनेया वे
छ्ड सारी गलियाँ मैं
नाल तेरे टूर चलेया मैं
ले चल मुझको दुनिया से तू दूर
चोरी चोरी जड़ तेनू तक्केया मैं
खुद को संभाल ना सकेया मैं
चढ़ गया सजना तेरा यह फितूर
लाँघ जानी वे मर्जानी रात
कहनी जो थी कह दे वो बात
लाँघ जानी वे मर्जानी रात
कहनी जो थी कह दे वो बात
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा