इन आँखों मे उसका चेहरा है
दिल मेरा धीरे धीरे उसकी ओर चला है
मोहब्बत का इस पे पहरा है
दिल मेरा धीरे धीरे उसकी ही ओर चला है
दिल मेरा खो ने लगा पहली दफ़ा
अब ये किसी का होने लगा पहली दफ़ा
हो गया बेगाना दुनिया से पहली दफ़ा
बन गया दीवाना बस ना मेरे रहा
सुना है, सुना है ये रश्में वफ़ा है
जो दिल पे नशा है, वो पहली दफ़ा है
कभी आरज़ू कभी जुस्तजु दिल ये बादल से दूर थे
ये ना बारिशें जाने थी कहाँ
हम जो इतने दूर थे
मेरे रास्ते तुझसे जुड़े
तुझसे है पाई मैने मंज़िले
दर्द से अंजना ये दिल को हुआ पहली दफ़ा
आ आ हाँ तुम क्या जाना दीदार तेरा हुआ
सुना है, सुना है ये रश्में वफ़ा है
जो दिल पे नशा है, वो पहली दफ़ा है