शाम की बेला
एक अलबेला
शाम की बेला एक अलबेला
मिल गया मुझको कही अकेला
उसने देखा
मैने देखा
उसने देखा मैने देखा
तो हम खा गये प्यार का धोखा
भोली भाली समज के मुझको चला तो मैने रोका और कहा
मुझे भोली ना समज कसम से
ओ राजा बड़ा गजब करूँगी मुझे भोली ना
मुझे भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
खुश रहेगा तू मेरे दम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
मुझे भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
नैन उठा के जहा देखा नैन उठा के जहा देखा
सबकी मुझ पे नज़र है हर कोई देखे हर कोई रोके
कैसी ये ज़ालिम उमर है चल है पीछे मन है आगे
धरती पे भी पॅव ना लगे
रास्ते पे हो गयी मस्तानी दिल ने मेरी एक ना मानी
जब से आई मुझपे जवानी हो गयी साजन की दीवानी
मैने कहा
मिट जाएगा तू मेरे गम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी'
मुझे भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
सोच रही हू किसको दिल दू
सोच रही हू किसको दिल दू
किससे प्यार करू में
सबकी अंखिया प्यासी प्यासी किसका जाम भरू में
हो पीने वालो दिल संभालो इस महफ़िल का रंग ज़मा लो
जी भर भर के प्यास बुझा लो दिल की हसरत आज मिटा लो
आँखो की मस्ती भर दूँगी
अपने ज़म उथलो देखो मैने कहा
जब महफ़िल मे आउंगी छम के ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
मुझे भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी
मुझे भोली ना समज कसम से ओ राजा बड़ा गजब करूँगी