[ Featuring Udit Narayan ]
पिघलता हुआ ये समा
हवाओ मे ये नर्मिया
पिघलता हुआ ये समा
हवाओ मे ये नर्मिया
फिजाओ मे घुलता नशा
ये हम आ गये है कहा
है जैसे धुला आस्मा
है फुलो भरी वादिया
है जैसे धुला आस्मा
है फुलो भरी वादिया
नदी गुनगुनाती हुई
ये हम आ गये है कहा
है फुलो ही, के किस्म की
महक ये तेरे जिस्म की
आवारा और मस्त हवा
इसमे है अंदाज़ तेरा
ये नदिया की लहरे है
या तेरा रेशमी आचल
जैसे लहराता है लहराता है
लहराता है
है जैसे धुला आस्मा
है फुलो भरी वादिया
नदी गुनगुनाती हुई
ये हम आ गये है कहा
किसको ये पूछे कोई
किसको ये पूछे कोई
तितलिया इतनी है चंचल क्यू
हा भवरे है हर पल बेकल क्यू
हे तितलिया इतनी है चंचल क्यू
भवरे है हर पल बेकल क्यू
तुमको पता हो तुम ही कहो
तेरे मेरे जैसा प्यार इनको भी है
इनको भी है
प्यार इनको भी है
प्यार इनको भी है
प्यार इनको भी है
पिघलता हुए ये समा(पिघलता हुए ये समा)
हवाओ मे ये नर्मिया
फिजाओ मे घुलता नशा
ये हम आ गये है कहा