मेघा बरसने लगा है
आज की रात
आज की रात मेघा बरसाने दो
मेघा बरसने लगा है
आज की रात
पत्ते पत्ते पर बूंदें बरसेंगी
डाली डाली पर झूमेगा सावन
डाली डाली पर झूमेगा सावन
प्यासे होठों को चूमेगी बारिश
आज आँखों में फूलेगा सावन
आज आँखों में फूलेगा सावन
धुआं धुआं सा हो रहा है जहाँ
आज दोनों जहाँ सुलगने दो
मेघा बरसने लगा है
आज की रात
आज की रात मेघा बरसाने दो
मेघा मेघा मेघा
मेघा बरसने दो
आज चाहे बरसे कहीं भी ये पानी
चाहे कितना भी मुझसे दूर होगा
मेरे घर पे बरसती बादली से
कोई रिश्ता कहीं जरूर होगा
मोती मोती बिखर रहा है गगन
पानी पानी है सब पिघलने दो
मेघा बरसने लगा है
आज की रात