मन का मेरे तन का श्रृंगार तुम्ही हो
प्रियतम अब मेरा संसार तुम्ही हो
ओ मन का मेरे तन का श्रृंगार तुम्ही हो
प्रियतम अब मेरा संसार तुम्ही हो
देखा है देखा जिसे मैने स्वपन मे
जिसकी तस्वीर उतारी है नयन मे
देखा है देखा जिसे मैने स्वपन मे
जिसकी तस्वीर उतरी है नयन मे
प्यारे से प्यारा उपहार तुम्ही हो
प्रियतम अब मेरा संसार तुम्ही हो
सुबह मिले शाम से और धरती गगन से
नैनो से नैन मिले मान मिले मान से
सुबह मिले शाम से और धरती गगन से
नैनो से नैन मिले मान मिले मान से
जीवन और जीवन के पार तुम्ही हो
प्रियतम अब मेरा संसार तुम्ही हो
ओ मन का मेरे तन का श्रृंगार तुम्ही हो
प्रियतम अब मेरा संसार तुम्ही हो
संसार तुम्ही हो
संसार तुम्ही हो