मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही
मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही
आईना देखकर मुस्कुराता रहा
जाने क्या सोचकर मैने अंगड़ाई ली
जाने क्या सोचकर मैने अंगड़ाई ली
आईना देखकर मुस्कुराता रहा
मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही
आ आ आ आ आ आ आ आ
आया जो मेरे महके लबों पर
पहले मिलन का फसाना
शर्मा के मैने आँचल संभाला
लहरा गया दिल दीवाना
तन्हाइयो मे भी तुम हो गये साथ मेरे
मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही
मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही
आईना देखकर मुस्कुराता रहा
मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही
ला ल्ल्ल ल्ल्ल ला
पास आके तुमने गालो से मेरे
बिखरी लटो को हटाया
हाथो मे लेक फिर हाथ मेरा
धीरे से तुमने दबाया
आई सहेली तो टूटे सभी ख्वाब मेरे
मैं तुम्हारे ख़यालो मे खोई रही