आ आ आ
मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ
आ आ आ
मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ
मगर चाँद तारे मुझे जानते है
ये सारे नज़ारे मुझे जानते है
मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ
मगर चाँद तारे मुझे जानते है
ये सारे नज़ारे मुझे जानते है
आ आ आ
पत्ता पत्ता यहा राज़दान हैं मेरा
जर्रे जर्रे मे रख दी हैं मैने ज़बान
पत्ता पत्ता यहा राज़दान हैं मेरा
जर्रे जर्रे मे रख दी हैं मैने ज़बान
पुछते हैं सभी, आज मुझसे यही
भूल बैठे हैं क्यों प्यार को मेहेरबान
भूल जाओ भी तुम तो मुझे गम ना होगा
के सब गम के मारे मुझे जानते हैं
ये सारे नज़ारे मुझे जानते है
आ आ आ
बेवफ़ाई की राहों मे तुम खो गये
हर कदम पर हैं मेरी वफ़ा के निशान
बेवफ़ाई की राहों मे तुम खो गये
हर कदम पर हैं मेरी वफ़ा के निशा
तुम गये छोड़ कर, हर कसम तोड़कर
रह गयी बनके चाहत मेरी दास्तान
अपन वादे के जिनको निभा ना सके तुम
वो वादे तुम्हारे, मुझे जानते है
ये सारे नज़ारे मुझे जानते है
मैं शायद तुम्हारे लिए अजनबी हूँ
मगर चाँद तारे मुझे जानते है
ये सारे नज़ारे मुझे जानते है
आ आ आ