दिल की दुनिया में कोई हमसा भी सौदाई ना हो
दिल की दुनिया में कोई हमसा भी सौदाई ना हो
चाक दामन बन के भी चाहे की रुसवाई ना हो
दिल की दुनिया में कोई
उसकी तस्वीरे दिखाई दे हमे हर सांस में
उसकी तस्वीरे दिखाई दे हमे हर सांस में
जिंदगी उसका सरापा ओढ़ कर आई ना हो
दिल की दुनिया में कोई
जब मुक़द्दर बट रहा था इश्क ने आवाज़ दी
जब मुक़द्दर बट रहा था इश्क ने आवाज़ दी
मुझको दे दो ऐसी आँखो जिनमे बेनाई ना हो
दिल की दुनिया में कोई
ऐ खयाल-ए-यार उस दुनिया में पहुँचा दे हमे
ऐ खयाल-ए-यार उस दुनिया में पहुँचा दे हमे
जिसमे तन्हा रह के भी एहसास-ए-तन्हाई ना हो
दिल की दुनिया में कोई
बज उठी हैं घंटिया सी नागाहाँ दिल में कतिल
बज उठी हैं घंटिया सी नागाहाँ दिल में कतिल
उसने भूले से कही मेरी ग़ज़ल गायी ना हो
दिल की दुनिया में कोई हमसा भी सौदाई ना हो
चाक दामन बन के भी चाहे की रुसवाई ना हो
दिल की दुनिया में कोई