आज कोई प्यार से दिल की बातें कह गया हाए
मैं तो आगे बढ़ गयी
पीछे ज़माना रह गया हाए राम
आज कोई प्यार से
चिरकर पत्थर का सीना झूमकर झरना बहा
जिसमे एक तूफान था सौ करवटे लेता हुआ
आज मौजों की रवानी में किनारा बह गया
हाए इक किनारा बह गया
मैं तो आगे बढ़ गयी
पीछे ज़माना रह गया हाए राम
आज कोई प्यार से दिल की बातें कह गया हाए
आज कोई प्यार से
उनके होठों पर हसीं
हाए खिलके जब लहरा गयी
वो भी कुछ घबरा गये
मैं भी कुछ शर्मा गयी
वो भी कुछ घबरा गये
मैं भी कुछ शर्मा गयी
कुछ नही कहते हुए भी
कोई सब कुछ कह गया
हाए कोई सब कुछ कह गया
मैं तो आगे बढ़ गयी
पीछे ज़माना रह गया हाए राम
आज कोई प्यार से दिल की बातें कह गया हाए राम
आज कोई प्यार से