जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा
मिले दो दिल जवाँ निसार हो गया
जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा
मिले दो दिल जवाँ निसार हो गया
शिकारी खुद यहाँ शिकार हो गया
ये क्या सितम हुआ ये क्या ज़ुलम हुआ
ये क्या गज़ब हुआ ये कैसे कब हुआ
न जानूँ मैं न जाने वो आहा
जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा
मिले दो दिल जवाँ निसार हो गया
आयी आयी दूर से देखो देखो
दिलरुबा ऐसी ऐसी
तुरु तुरु खायी खायी बेजुबां दिल ने दिल ने
चोट ये कैसी
अरे वो हाँहाँ मिली नज़र
अरे ये हाँहाँ हुआ असर
नज़रनज़र मिली समां बदल गया
चलाया तीर जो मुझी पे चल गया
गज़ब हुआ ये क्या हुआ ये कब हुआ
न जानूँ मैं न जाने वो ओहो
जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा
मिले दो दिल जवाँ निसार हो गया
शिकारी खुद यहाँ शिकार हो गया
ये क्या सितम हुआ ये क्या ज़ुलम हुआ
ये क्या गज़ब हुआ ये कैसे कब हुआ
न जानूँ मैं न जाने वो ओहो
हां हां हां हां
दिल ये दिल ये प्यार में कैसे कैसे
खोता है देखो देखो
हा हा हा हा कातिल कातिल जानेमन कैसे कैसे
होता है देखो
अरे वो हाँहाँ मिला सनम
अरे ये हाँहाँ हुआ सितम
वो दुश्मनएजाना दिलदार हो गया
सैयाद को बुलबुल से प्यार हो गया
गज़ब हुआ ये क्या हुआ ये कब हुआ
न जानूँ मैं न जाने वो ओहो
जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा
मिले दो दिल जवाँ निसार हो गया
शिकारी खुद यहाँ शिकार हो गया
ये क्या सितम हुआ ये क्या ज़ुलम हुआ
ये क्या गज़ब हुआ ये कैसे कब हुआ
न जानूँ मैं न जाने वो