जो गम दिए हैं तो
रोने की मोहलत भी दे
सब छीन ले पर
संभल ने की दौलत भी दे
थाम ज़रा टूट रही है
हौसलों की दीवार
परवरदिगार मेरे परवरदिगार
परवरदिगार मेरे परवरदिगार
इतनी तो रहमत कर
थोड़ी तो ज़हमत कर
मेहशर में मैं हूं खड़ा
तुझ पर यकीन है बड़ा
सीने से अपने लगा
उम्मीद कोई जगा
टूटे सबर इतना तो कर
जानू ना मैं हार
परवरदिगार मेरे परवरदिगार
परवरदिगार मेरे परवरदिगार
ऊंचे मकानों में तू
है आसमानो में तू
इतना तो हक्क है मेरा
मैं भी हु बाँदा तेरा
मुझको दिलासे दे
बस कुछ ज़रा से दे
कुछ बोल दे है डोलते
साँसों के तार
परवरदिगार मेरे परवरदिगार
परवरदिगार मेरे परवरदिगार