सुन्दर है रंग श्याम जगत में तन पिचकारी भरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो
सुन्दर है रंग श्याम जगत में तन पिचकारी भरलो
सुन्दर है रंग श्याम जगत में तन पिचकारी भरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औन को भी रंगलो
प्यारा है रंग श्याम जगत में सदा सुहागिन होली
प्रेम रंग में मीरा रंग गई राधा बन वन डोली
भक्ति का रंग चढ़ा के तन पे सब पीरा को हरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
सुन्दर है रंग श्याम जगत में तन पिचकारी भरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
तन मन भिजे शाम रंग में प्रभु का दर्शन होवे
लाल गुलाल अबीर उड़े जो कृष्ण भक्ति में खोवे
श्याम रंग में भिज भिज के हरी को हिए में धरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
सुन्दर है रंग श्याम जगत में तन पिचकारी भरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
तन पिचकारी श्याम रंग में जप ताप ध्यान से रंगे
ऐसे होली बड़ी निराली पावन हर हर गंगे
चार प्रहार तुम श्याम दस अब राधे श्याम सुमिरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
सुन्दर है रंग श्याम जगत में तन पिचकारी भरलो
खुद को रंगो श्याम रंग में औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो
औरन को भी रंगलो औरन को भी रंगलो