आ आ
आ आ
आ आ
आ आ
ये तेरा रुठ के जाना
सनम मैं सह ना पाउँगा
गुजरती है जो इस दिल पे
वो तुझसे कह ना पाउँगा
आ आ आ आ
ये तेरा रुठ के जाना
सनम मैं सह ना पाउँगा
गुजरती है जो इस दिल पे
वो तुझसे कह ना पाउँगा
ये दुनिया छोड़ जाऊँगा
अकेला रह ना पाउँगा
अगर दिल के चमन मे तू ना होगी (आ)
खिलेंगे फूल पर खुशबू ना होगी (आ)
गले मिलने को तड़पेगी जवानी (आ)
मेरी बाहो मे जिस दम तू ना होगी
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ