ओ माझी तेरी नाइयाँ से छूटा किनारा
ओ माझी तेरी नाइयाँ से छूटा किनारा
कहाँ ले चली समय की धारा
कहाँ ले चली समय की धारा
बिछड़ गए सब तेरे अपने
उजड़ गए सब सुन्दर सपने
बिछड़ गए सब तेरे अपने
उजड़ गए सब सुन्दर सपने
ओ माझी तेरा खेल बिगड़ गया सारा
कहाँ ले चली समय की धारा
कहाँ ले चली समय की धारा
दोष न दे तू इन मौजों को
कुछ मत बोल तू सब लोगो को
दोष न दे तू इन मौजों को
कुछ मत बोल तू सब लोगो को
ओ माझी तुझे तेरे नसीबों ने मारा
कहाँ ले चली समय की धारा
कहाँ ले चली समय की धारा
पतवारो को तोड़ गए हैं
बीच भँवर वह छोड़ गए हैं
पतवारो को तोड़ गए हैं
बीच भँवर वह छोड़ गए हैं
ओ माझी तूने जिसको भी पार उतारा
कहाँ ले चली समय की धारा
कहाँ ले चली समय की धारा
ओ माझी तेरी नाइयाँ से छूटा किनारा
कहाँ ले चली समय की धारा
कहाँ ले चली समय की धारा