मेरी रूह के टुकड़े बिखरे हैं
उन्हे गुनता गुनता कोई नही
मेरे इल के धागे बिगड़े हैं
उन्हे गुनता गुनता कोई नही
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे
ओ खुशियों के मैने थी पोटली बनाई
दुनिया को मैं कभी समझ ना पाई
धोखे से पूंजी टटोली
लोगों ने गिरहा यू खोली
देखा तो खाली थी झोली
झोली मेरी भर दे या मौला
झोली मेरी भर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
ओ रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे
ओ रोती रहती है कोई ढंग नही है
उज़दी आँखों मे कोई रंग नही है
बेरंग सी है दीवारें
रो रो के तुझको पुकारे
जिसमे ना कोई दरारें
ऐसा मुझे कर दे या मौला
ऐसा मुझे कर दे
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला
रफ़ूगरी कर दे या मौला