[ Featuring ]
तुम्हीं देखो ना, ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ, तुम्हें क्या कहूँ
के दिन में हुई कैसे चाँदनी
जागी जागी सी है, फिर भी ख़्वाबों में है
खोई खोई ज़िन्दगी
तुम्हीं देखो ना, ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ, तुम्हें क्या कहूँ
के दिन में हुई कैसे चाँदनी
बहके बहके से मन
महके महके से तन
उजली उजली फिज़ाओं में है
हाँ आज हम हैं जहाँ
कितनी रंगीनियाँ
छलकी छलकी निगाहों में है
नीली नीली घटाओं से है छन रही
हल्की हल्की रौशनी
तुम्हीं देखो ना, ये क्या हो गया
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
मैं हैरान हूँ, तुम्हें क्या कहूँ (मैं हैरान हूँ, तुम्हें क्या कहूँ)
के दिन में हुई कैसे चाँदनी (के दिन में हुई कैसे चाँदनी)
मैं तो अंजान थी, यूँ भी होगा कभी
प्यार बरसेगा यूँ टूट के (हो हो ओ)
सच ये इकरार है, सच यही प्यार है
बाकी बंधन है सब झूठ के
मेरी साँसों में है, घुल रही प्यार की
धीमी धीमी रागिनी
आ आ आ आ
तुम्हारा हूँ मैं और तुम मेरी
के दिन में हुई कैसे चाँदनी