ज़िन्दगी मिल गयी हर ख़ुशी मिल गयी
कैसे क्या हो गया क्या पता हो
मैंने कहा सोचा था ऐसे दिन आएंगे
सूखे हुए फूल कभी ऐसे मुस्कायेंगे
ज़िन्दगी मिल गयी हर ख़ुशी मिल गयी
कैसे क्या हो गया क्या पता हो
मैंने कहा सोचा था ऐसे दिन आएंगे
सूखे हुए फूल कभी ऐसे मुस्कायेंगे
ना कोई मज़बूरी ना कोई लाचारी
मेरी हर लाचारी बन गयी है चिंगारी
ना कोई मज़बूरी ना कोई लाचारी
मेरी हर लाचारी बन गयी है चिंगारी
तू तो साँसों में है हो
शोला आँखों में है
मैं जला दूंगी हर बेबसी की चिता
मैंने कहा
मैंने कहा सोचा था ऐसे दिन आएंगे
सूखे हुए फूल कभी ऐसे मुस्कायेंगे
अपने ही हाथों से लिखूंगी तकदीरे
मै सारे ज़ुल्मो की तोड़ूँगी ज़ंज़ीरे
अपने ही हाथों से लिखूंगी तकदीरे
मै सारे ज़ुल्मो की तोड़ूँगी ज़ंज़ीरे
ऐसे जीना नहीं हो आंसू पीना नहीं
रंग लाएगी ये मेरे दिल की सदा
मैंने कहा
मैंने कहा सोचा था ऐसे दिन आएंगे
सूखे हुए फूल कभी ऐसे मुस्कायेंगे
ज़ुल्मो से लड़ने का ज़ख्मो को सीने का
इस दुनिया में सबको हक़ है मिला जीने का
ज़ुल्मो से लड़ने का ज़ख्मो को सीने का
इस दुनिया में सबको हक़ है मिला जीने का
कांटो पे सो गयी हो क्या से क्या हो गयी
चलते चलते मुझे मिल गया रास्ता
मैंने कहा
मैंने कहा सोचा था ऐसे दिन आएंगे
सुख हुए फूल कभी ऐसे मुस्कायेंगे
ज़िन्दगी मिल गयी हर ख़ुशी मिल गयी
कैसे क्या हो गया क्या पता हो
मैंने कहा सोचा था ऐसे दिन आएंगे
सुख हुए फूल कभी ऐसे मुस्कायेंगे