[ Featuring Bhavya Pandit ]
भीगी भीगी सी रुत है हसीन
ऐसे में मिल जाए तू कहीं
भीगी भीगी सी रुत है हसीन
ऐसे में मिल जाए तू कहीं
तुझसे यूँ मेरी किस्मत है जुड़ी
अनकही, अनसुनी, खामोशियाँ मेरी
भीगी भीगी सी रुत है हसीन
ऐसे में मिल जाए तू कहीं
सुन लौट आ, फिर यहाँ मेरी बाहों में
तेरी कसम कुछ भी नही
तेरे सिवा ओ मेरी जान
तू ही मेरा लम्हा, तू ही मेरी है दुआ
तू ही इबादत और तू ही कारवाँ
भीगी भीगी सी रुत है हसीन
ऐसे में मिल जाए तू कहीं
ओ बालमा मेरी क्यू खो गयी
कैसे बताऊँ, तुम्हें कैसे समझाऊँ
ये दूरी ना सेह पाउँगा
आ आ आ आ हा
क्यूँ ये सूनापन, तेरी आगोशी में खोना मुझे है
कैसी है ये बेबसी
खोई सी है वक़्त में
तू ही मेरा रहनुमा, तू ही मेरा है नशा
तू ही नज़ाकत, और तू ही आशियाँ
भीगी भीगी सी रुत है हसीन
ऐसे में मिल जाए तू कहीं