कुछ अनकही रूह की एक आह सी
खामोश सी आँखों से कह दे सभी
गुमनाम सी गली गली ढूंढे रागिनी
मदहोश सी थाम के बाहें चल पड़ी
ज़िंदगी हैरान करे
यह ज़िंदगी धुआँ कभी लौ भी कभी
ना आ आ ना आ
ना आ आ
ना आ आ ना ऐ रे रे
ज़िंदगी हैरान करे
यह ज़िंदगी धुआँ कभी लौ भी कभी
ना ना ना
आ आ आ आ
आ आ आ आ
कुछ अनकही रूह की एक आह सी
खामोश सी आँखों से कह दे सभी
गुमनाम सी गली गली ढूंढे रागिनी
मदहोश सी थाम के बाहें चल पड़ी
ज़िंदगी हैरान करे(आ आ आ)
यह ज़िंदगी धुआँ कभी लौ भी कभी(आ आ आ)