क्या उस गली में कभी तेरा जाना हुआ आ
जहाँ से ज़माने को गुज़रे ज़माना हुआ आ
मेरा समय तो वहीं पे है ठहरा हुआ आ
बताऊँ तुम्हें क्या, मेरे साथ क्या क्या हुआ
हम्म, खामोशियाँ एक साज़ है
तुम धुन कोई लाओ ज़रा
खामोशियाँ अल्फ़ाज़ हैं
कभी आ, गुनगुना ले ज़रा
बेक़रार हैं बात करने को
कहने दो इनको ज़रा
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ
नदिया का पानी भी खामोश बहता यहाँ
खिली चाँदनी में छिपी लाख खामोशियाँ
बारिश की बूँदों की होती कहाँ है ज़ुबाँ
सुलगते दिलों में है खामोश उठता धुआँ
हम्म, खामोशियाँ आकाश हैं
तुम उड़ने तो आओ ज़रा
खामोशियाँ एहसास है
तुम्हें महसूस होती है क्या
बेक़रार हैं बात करने को
कहने दो इनको ज़रा आ
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ