कहीं तो मिलेगी मोहब्बत की मंज़िल
ये दिल का मुसाफिर चला जा रहा है
कहीं तो मिलेगी मोहब्बत की मंज़िल
ये दिल का मुसाफिर चला जा रहा है
नज़र मे सजी है ख़यालों की मेहफ़िल
उमीदों का सूरज ढला जा रहा है
जल के भुजे ज़िंदगी की शमा
खो जाए दिन क्या पता कब कहाँ
जल के भुजे ज़िंदगी की शमा
खो जाए दिन क्या पता कब कहाँ
है ये कैसी डगर है ये कैसा सफ़र
ना किसी को पता ना किसी को खबर
है तूफान में कश्ती बड़ी दूर साहिल
ये दिल का मुसाफिर चला जा रहा है
पल ना रुके एक पल के लिए
जीता रहे प्यार कल के लिए
पल ना रुके एक पल के लिए
जीता रहे प्यार कल के लिए
करे कोई सितम मिले कोई सज़ा
दिल भूले नही कभी पेहली वफ़ा
जो हारे ना हिम्मत करे सब वो हासिल
ये दिल का मुसाफिर चला जा रहा है
कहीं तो मिलेगी मोहब्बत की मंज़िल
ये दिल का मुसाफिर चला जा रहा है
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ